गोकरुणानिधि (Gokarunanidhi)
₹10.00
महर्षि दयानन्द ने सभी पशुओं की हिंसा रोककर उनकी रक्षा करने के उद्देश्य से यह पुस्तक लिखी । चूँकि गौंओं के दूध तथा बैलों से सबसे अधिक हित होता है , अतः उन्होंने गौ की रक्षा पर अधिक बल दिया । वैसे सभी पशुओं की सुरक्षा के लिए लिखा है ।
100 – 100 प्रतियाँ खरीद कर अपने परिचितों व मित्रों में बाँटिये ।
महर्षि दयानन्द ने सभी पशुओं की हिंसा रोककर उनकी रक्षा करने के उद्देश्य से यह पुस्तक लिखी । चूँकि गौंओं के दूध तथा बैलों से सबसे अधिक हित होता है , अतः उन्होंने गौ की रक्षा पर अधिक बल दिया । वैसे सभी पशुओं की सुरक्षा के लिए लिखा है ।
100 – 100 प्रतियाँ खरीद कर अपने परिचितों व मित्रों में बाँटिये ।
Additional information
Weight | 0.07 kg |
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Dimensions | 21.59 × 12.7 cm |
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