ऋषि दयानंद के भक्त प्रशासक और सत्संगी – Rishi Dayanand Ke bhakt Prashaashak aur Satsangi
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प्रस्तुत ग्रन्थ में लेखक ने ऐसे 50 व्यक्तियों के जीवनवृत तथा स्वामी दयानन्द से इनके पारस्परिक सम्बन्धों की विवेचना की है , जो भक्त प्रशंसक तथा सत्संगी इन तीन वर्गों में परिगणित किये जा सकते हैं । भक्त से हमारा अभिप्राय उन लोगों से है जो स्वामी दयानन्द के महनीय व्यक्तित्व तथा उनकी लोकहित युक्त भावनाओं के प्रति प्रणतभाव रखते थे । यह आवश्यक नहीं कि ऐसे लोग पूर्णतया वैदिक विचारधारा के अनुयायी ही रहे हों । प्रशंसकों की श्रेणी में वे लोग हैं जो पौराणिक विश्वासों के प्रति निष्ठा रखने वाले उस सनातनी वर्ग के नेता थे जिनसे स्वामी जी का दीर्घकाल पर्यन्त संघ वर्ष तथा प्रतिद्वन्द्विता चलती रही । सत्संगी वर्ग में हम उन लोगों की गणना कर सकते हैं जो विचारों और आस्थाओं में स्वामी जी से कोसों दूर होते हुए भी स्वामी दयानन्द का सत्संग लाभ करना परम उपयोगी मानते थे और उन्हें देश एवं जाति का हित चिन्तक समझते थे ।
In the present book the author has included life sketch of 50 great personalities and details of their mutual relations with Maharishi Dayanand Saraswati . These personalities can be categorized as Devotees , Admirer and who came in regular contact with Swami Dayanand .
प्रस्तुत ग्रन्थ में लेखक ने ऐसे 50 व्यक्तियों के जीवनवृत तथा स्वामी दयानन्द से इनके पारस्परिक सम्बन्धों की विवेचना की है , जो भक्त प्रशंसक तथा सत्संगी इन तीन वर्गों में परिगणित किये जा सकते हैं । भक्त से हमारा अभिप्राय उन लोगों से है जो स्वामी दयानन्द के महनीय व्यक्तित्व तथा उनकी लोकहित युक्त भावनाओं के प्रति प्रणतभाव रखते थे । यह आवश्यक नहीं कि ऐसे लोग पूर्णतया वैदिक विचारधारा के अनुयायी ही रहे हों । प्रशंसकों की श्रेणी में वे लोग हैं जो पौराणिक विश्वासों के प्रति निष्ठा रखने वाले उस सनातनी वर्ग के नेता थे जिनसे स्वामी जी का दीर्घकाल पर्यन्त संघ वर्ष तथा प्रतिद्वन्द्विता चलती रही । सत्संगी वर्ग में हम उन लोगों की गणना कर सकते हैं जो विचारों और आस्थाओं में स्वामी जी से कोसों दूर होते हुए भी स्वामी दयानन्द का सत्संग लाभ करना परम उपयोगी मानते थे और उन्हें देश एवं जाति का हित चिन्तक समझते थे ।
In the present book the author has included life sketch of 50 great personalities and details of their mutual relations with Maharishi Dayanand Saraswati . These personalities can be categorized as Devotees , Admirer and who came in regular contact with Swami Dayanand .
Additional information
Weight | 0.2 kg |
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Dimensions | 21.59 × 13.97 cm |
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